सबसे बड़ा कौन ?

सबसे बड़ा कौन ?

एक बार ऋषियों के बीच यह प्रश्न उपस्थित हुआ कि सबसे बड़ा

कौन है ?

किसी ने कहा–पृथ्वी ।

दूसरे ने उत्तर दिया –शेषनाग जी ; क्योंकि उन्होने पृथ्वी को अपने शिर पर धारण कर रखा है ।

अन्य ऋषि ने इसका प्रतिवाद करते हुए कहा कि “नही” -ऐसा नही है। शेष से बड़े शिव जी है ;क्योंकि उन्होंने शेषनाग को अपने मुकुट में धारण कर रखा है ।

चतुर्थ ऋषि ने कहा ” मुनिवर शिव जी को तो कैलाश ने धारण कर रखा है । अतः वह उनसे बड़ा है ।

इसका प्रतिषेध करते हुए अन्य ऋषि ने कहा कि बन्धुवर ! कैलाश से बड़ा रावण है ;क्योंकि उसने कैलाश को अपनी भुजाओं से उठा लिया था ।

दूसरे ऋषि अपनी असहमति व्यक्त करते हुए बोले –वाह भाई ! रावण से बड़ा तो वानरराज बालि है जिसने रावण को अपनी कांख में बाध कर रख लिया था ।

अन्य ऋषि ने प्रत्युत्तर में कहा — कि बालि से बड़े सर्वव्यापक भगवान श्रीराम हैं ;क्योंकि उन्होने बालि को युद्ध में जीत लिया है ।

इस पर विद्वान् ऋषियों ने निर्णय दिया कि ” जो सर्वव्यापक भगवान् को भी अपने हृदय में धारण कर रखे हैं वे भगवत्परायण भक्त ही सबसे बड़े हैं —-

पृथ्वी शेषधृता स शम्भुमुकुटे कैलाशवासोऽप्यसौ,  कैलाशोऽपि दशाननेन तुलितो बद्धोऽप्यसौ बालिना ।

बाली राघवविष्णुना युधि जितो विष्णुः सतां मानसे, तस्माद् विष्णुपरायणात् गुरुतरो नान्योऽस्ति लोकत्रये ।।—– –कौशिकी संहिता

जय श्रीराम

#आचार्यसियारामदासनैयायिक

Gaurav Sharma, Haridwar

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