रहस्य वीडियो0 धर्मशास्त्र- शौच एवं धनशुद्धि By Acharya Siyaramdas NaiyayikPosted onMarch 30, 2019Time to Read:-words Post Views: 73 सभी पवित्रतायें व्यर्थ हैं यदि धन का उपार्जन शुद्धता से नहीं किया गया — “सर्वेषामेव शौचानामर्थशौचं परं स्मृतम् । योSर्थे शुचिर्हि स शुचिर्न मृद्वारिशुचि: शुचि: ।। –मनुस्मृति-५/१०६ Acharya Siyaramdas Naiyayik