भक्ति, महाभारत, रहस्य, श्री राम जी, श्रीमद्भगवद्गीता भगवान् का धाम या नित्यविभूति Posted onMarch 31, 2019April 1, 2019 Post Views: 157 मुक्तों से प्राप्य प्रभु के दिव्य धाम का उल्लेख “यद्गत्वा न निवर्तन्ते तद्धाम परमं मम” (जहाँ जाकर प्राणी नहीं लौटता वही मेरा …